प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्राजील के रियो डी जनेरियो में आयोजित ब्रिक्स (BRICS) शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के बाद ब्राजील की राजधानी ब्रासीलिया का दौरा किया। यहां उनका भव्य स्वागत भारतीय सांस्कृतिक छटा के साथ किया गया, जिसमें भारतीय शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुत किया गया और पारंपरिक शिव तांडव स्तोत्र की गूंज भी सुनी गई। यह स्वागत समारोह प्रधानमंत्री मोदी की भारत की सांस्कृतिक विरासत और वैश्विक कूटनीति के बीच का खूबसूरत संगम था।
प्रधानमंत्री मोदी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के बाद ब्रासीलिया स्टेट विजिट पर आए हैं। इस दौरान वे ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डी सिल्वा के साथ कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करेंगे, जिनमें रक्षा, ऊर्जा, अंतरिक्ष, तकनीक, कृषि और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्र शामिल हैं। यह यात्रा भारत-ब्राजील के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के उद्देश्य से की गई है। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी अपनी यात्रा के अगले पड़ाव के रूप में अफ्रीका के देश नामीबिया जाएंगे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने प्रधानमंत्री के ब्रासीलिया पहुंचने की जानकारी दी और बताया कि ब्राजील के रक्षा मंत्री जोस म्यूसियो मॉन्टेरो ने हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया। यह स्वागत दोनों देशों के बीच बढ़ती मित्रता और सहयोग का प्रतीक है।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर साझा किया वीडियो
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी ब्राजील यात्रा का एक वीडियो भी अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) हैंडल पर साझा किया, जिसमें वे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान अन्य देशों के नेताओं के साथ विभिन्न बैठकें करते नजर आ रहे हैं। इस वीडियो के साथ उन्होंने लिखा कि उनकी ब्राजील यात्रा का पहला चरण बेहद सफल और उत्पादक रहा। उन्होंने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हुए विचार-विमर्श को याद किया और ब्राजील सरकार तथा राष्ट्रपति लूला को मंच को प्रभावी बनाने के लिए उठाए गए कदमों पर बधाई दी।
पर्यावरण और वैश्विक स्वास्थ्य पर पीएम मोदी का संदेश
ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान सोमवार को रियो में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने पर्यावरण संरक्षण, कोप-30 (COP-30) सम्मेलन और वैश्विक स्वास्थ्य को लेकर महत्वपूर्ण संबोधन दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि “लोगों और धरती का स्वास्थ्य एक-दूसरे से गहरे जुड़े हुए हैं।” मोदी ने बताया कि कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को यह सिखाया है कि बीमारी किसी वीजा या पासपोर्ट की मोहताज नहीं होती। इसलिए वैश्विक स्वास्थ्य चुनौतियों का सामना संयुक्त रूप से करना होगा।
प्रधानमंत्री ने सभी देशों से अपील की कि वे अपने-अपने ग्रह को स्वस्थ और सुरक्षित रखने के लिए मिलकर काम करें। उनका यह संदेश पर्यावरणीय संकट और स्वास्थ्य सुरक्षा के महत्व को रेखांकित करता है।
द्विपक्षीय मुलाकातें और सहयोग बढ़ावा
ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने उरुग्वे के राष्ट्रपति यामांडू ओरसी से भी मुलाकात की। दोनों नेताओं ने व्यापार, डिजिटल सहयोग, रक्षा, रेलवे, स्वास्थ्य, फार्मास्यूटिकल्स, ऊर्जा और कृषि जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने पर विस्तार से चर्चा की। खासकर डिजिटल भुगतान प्रणाली यूपीआई के जरिए दोनों देशों के बीच आर्थिक लेन-देन को बढ़ावा देना चर्चा का एक मुख्य विषय रहा।
भारत-ब्राजील संबंधों में नया अध्याय
ब्राजील के साथ भारत के संबंध पिछले कुछ वर्षों में तेजी से विकसित हुए हैं। दोनों देशों ने रणनीतिक साझेदारी स्थापित की है, जो व्यापार, रक्षा, ऊर्जा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में गहरे सहयोग की नींव रखती है। प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा इन सहयोगों को और मजबूत करने का महत्वपूर्ण अवसर है।
आगे का सफर – नामीबिया
ब्राजील से प्रधानमंत्री मोदी का अगला पड़ाव अफ्रीकी देश नामीबिया होगा, जहां वे वहां के नेतृत्व के साथ भी द्विपक्षीय और बहुपक्षीय मामलों पर चर्चा करेंगे। अफ्रीका के साथ भारत के रिश्तों को मजबूत करना मोदी सरकार की विदेश नीति का एक अहम हिस्सा रहा है, जिससे दोनों क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर बेहतर सहयोग संभव हो सके।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्राजील यात्रा न केवल ब्रिक्स देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण चरण है, बल्कि यह भारत की वैश्विक कूटनीति को भी एक नई दिशा प्रदान करती है। ब्राजील में भारतीय संस्कृति का उत्साहपूर्ण स्वागत और विभिन्न क्षेत्रों में साझेदारी की पहल दर्शाती है कि भारत विश्व मंच पर अपनी उपस्थिति को और सशक्त बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। पर्यावरण संरक्षण और वैश्विक स्वास्थ्य जैसे विषयों पर मोदी का संदेश पूरी दुनिया के लिए एक प्रेरणा स्रोत है। इस यात्रा से भारत-लैटिन अमेरिका संबंधों को नई ऊर्जा मिलेगी और वैश्विक चुनौतियों के समाधान में भारत की भूमिका और भी महत्वपूर्ण होगी।