इंटरनेट और सोशल मीडिया के इस तेज़ी से बढ़ते दौर में फेक न्यूज का प्रसार एक गंभीर चुनौती बन चुका है। पहले जहां फेक न्यूज केवल अफवाहों के माध्यम से फैलती थी, वहीं अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के इस्तेमाल से इन झूठी खबरों को और भी विश्वसनीय दिखाने की कोशिश की जा रही है। ताजा मामला भारतीय क्रिकेटर हार्दिक पांड्या और लोकप्रिय अभिनेत्री रश्मिका मंदाना से जुड़ा हुआ है।
क्या हुआ वायरल?
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें हार्दिक पांड्या और रश्मिका मंदाना को फूलों की माला पहने और रश्मिका की मांग में सिंदूर लगाए हुए देखा जा सकता है। इस फोटो के साथ दावा किया जा रहा है कि दोनों ने शादी कर ली है। इंस्टाग्राम पर एक यूजर ने यह तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा, "हार्दिक पांड्या और रश्मिका मंडाना ने शादी कर लिया है, बधाई नहीं दोगे?"
इस पोस्ट के बाद कई लोग इस खबर को सच मानकर बधाइयों की बौछार करने लगे। लेकिन क्या वाकई हार्दिक और रश्मिका ने शादी कर ली है?
फैक्ट चेक क्या कहता है?
इस दावे की सच्चाई जानने के लिए जब इसकी जांच की गई तो सच कुछ और ही निकला। सबसे पहले इस खबर को लेकर गूगल सर्च किया गया, लेकिन कहीं भी कोई विश्वसनीय समाचार संस्था ऐसी खबर की पुष्टि नहीं कर रही थी। इसके बाद हार्दिक पांड्या और रश्मिका मंदाना के सोशल मीडिया प्रोफाइल्स की भी जांच की गई, पर वहां भी ऐसी कोई तस्वीर या जानकारी नहीं मिली।
इसके बाद वायरल हो रही तस्वीर की जांच AI इमेज डिटेक्शन टूल Hive Moderation से की गई। जांच में सामने आया कि यह तस्वीर 99 प्रतिशत AI जनरेटेड है। यानी यह फोटो किसी रियल इवेंट की नहीं, बल्कि एक कृत्रिम इमेज जनरेशन टूल के माध्यम से बनाई गई है।
नतीजा क्या निकला?
स्पष्ट रूप से यह एक फेक न्यूज का मामला है, जिसमें एक AI-निर्मित तस्वीर का उपयोग कर गलत दावा फैलाया गया। हार्दिक पांड्या और रश्मिका मंदाना की शादी नहीं हुई है और वायरल हो रही फोटो पूरी तरह से नकली है। यह सिर्फ सोशल मीडिया पर सस्ती लोकप्रियता पाने या भ्रम फैलाने के लिए किया गया प्रयास है।
क्यों है यह चिंता का विषय?
इस घटना से एक बार फिर यह साबित हो गया कि कैसे AI और डिजिटल टूल्स का दुरुपयोग कर फेक न्यूज को असली जैसा दिखाया जा सकता है। ऐसी फर्जी खबरें न केवल आम जनता को गुमराह करती हैं, बल्कि सेलिब्रिटीज की निजता और छवि को भी नुकसान पहुंचाती हैं।
सोशल मीडिया पर हर वायरल पोस्ट को सच मान लेना आज के समय में खतरनाक हो सकता है। इसीलिए ज़रूरी है कि किसी भी खबर को शेयर करने या उस पर विश्वास करने से पहले उसकी तथ्यात्मक जांच कर ली जाए।
निष्कर्ष
फेक न्यूज आज एक वैश्विक समस्या बन चुकी है और AI के आने से यह और भी पेचीदा हो गई है। हार्दिक पांड्या और रश्मिका मंदाना की वायरल फोटो इसका ताजा उदाहरण है। ऐसे में हर सोशल मीडिया यूजर की जिम्मेदारी बनती है कि वह किसी भी वायरल खबर को बिना जांचे-परखे आगे न बढ़ाए और फेक न्यूज के खिलाफ जागरूकता फैलाए।
सावधानी ही सुरक्षा है — डिजिटल युग में सच और झूठ के बीच का फर्क समझना बेहद ज़रूरी हो गया है।