मुंबई, 28 नवंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। लेबनान में सीजफायर के अगले दिन ही इजराइल और हिजबुल्लाह एक दूसरे पर समझौते के उल्लंघन का आरोप लगा रहे हैं। हिज्जबुलाह सांसद हसन फदलल्लाह ने कहा, इजरायल बॉर्डर से सटे गांवों में लौटने वालों पर हमला कर रहा है। इजरायली टैंकों ने गुरुवार को बॉर्डर के पास इलाकों पर हमला किया। रॉयटर्स के मुताबिक, हिज्जबुल्लाह की सेंट्रल लीडरशिप ने बयान जारी कर फिलिस्तीनियों के सपोर्ट में इजराइली दुश्मन का विरोध जारी रखने का वादा किया। बयान में कहा गया, हमारी उंगलियां ट्रिगर पर रखी हुई हैं और हम लेबनान की सीमा के पार भी इजरायली सेना की वापसी पर नजर रखेंगे। हिज्जबुल्लाह के बयान में कहीं भी सीजफायर समझौते का सीधा जिक्र नहीं किया गया। वहीं, इजराइल का कहना है कि गाड़ियों पर सवार कुछ संदिग्ध लोग लेबनान के दक्षिणी क्षेत्र में पहुंचे थे।
वहीं, हाल ही में अमेरिका और फ्रांस की मध्यस्थता से इजराइल और हिजबुल्लाह सीजफायर के लिए सहमत हुए थे। जिसके बाद इजराइल की वॉर कैबिनेट ने लेबनान में 60 दिन के लिए सीजफायर डील को मंजूरी दी थी। सीजफायर शुरू होने के कुछ ही घंटे बाद उत्तरी लेबनान से लोग दक्षिणी लेबनान में लौटने लगे। 23 सितंबर को इजराइल के घातक मिसाइल हमले के बाद हजारों परिवार घर छोड़कर अन्य जगहों पर शरण लेने चले गए थे। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, बुधवार सुबह बेरूत में सैकड़ों लोग बाइक और गाड़ियों से सिडोन, गाजियेह और टायर शहर की तरफ लौटते दिखे। लोग हिजबुल्लाह के झंडे और मारे गए नेता नसरल्लाह की तस्वीरें साथ लेकर शहर लौट रहे थे। हिजबुल्लाह के बाद हमास भी सीजफायर को तैयार है। हमास के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि हमने मिस्र, कतर और तुर्की के मध्यस्थों को सूचित कर दिया है कि हम युद्ध विराम समझौते और कैदियों की अदला-बदली के लिए के लिए तैयार है।