मुंबई, 06 नवम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर बढ़ गया है। न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक, गुरुवार शाम करीब 5 बजे पाकिस्तानी सैनिकों ने अफगान सीमा के स्पिन बोल्डक इलाके में गोलीबारी की। अफगान मिलिट्री सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने भारी हथियारों से आम नागरिकों को निशाना बनाया, हालांकि अब तक किसी के हताहत होने की पुष्टि नहीं हुई है। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, अफगान सेना ने भी जवाबी कार्रवाई की है।
यह झड़प ऐसे समय में हुई है जब दोनों देशों के बीच तुर्की में तीसरे दौर की शांति वार्ता आयोजित की जा रही है। अफगानिस्तान और पाकिस्तान ने 19 अक्टूबर को कतर में युद्धविराम समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, लेकिन पिछले सप्ताह तुर्की में हुई बातचीत किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी थी। गुरुवार को शुरू हुई नई बातचीत भी तुर्की और कतर की मध्यस्थता में हो रही है।
वार्ता में पाकिस्तान की ओर से आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल आसिम मलिक शामिल हैं, जबकि तालिबान की ओर से खुफिया प्रमुख अब्दुल हक वासिक, उप गृह मंत्री रहमतुल्लाह नजीब और प्रवक्ता सुहैल शाहीन हिस्सा ले रहे हैं। पाकिस्तान ने दोहराया है कि वह अपनी जमीन पर किसी भी आतंकी गतिविधि या तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) को पनाह नहीं देगा। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने चेतावनी दी है कि अगर वार्ता से हल नहीं निकला तो देश पूरी ताकत से जवाब देगा।
यह बातचीत दो दिन तक चलेगी और उम्मीद की जा रही है कि इसमें सीमा खोलने और आतंकवाद पर नियंत्रण के मुद्दों पर ठोस कदम उठाए जाएंगे। दोनों देशों के बीच विवाद की जड़ डूरंड लाइन है, जो ब्रिटिश शासनकाल में खींची गई थी। यह सीमा दोनों देशों की पारंपरिक जमीन को बांटती है, जिसे दोनों तरफ के पठान कभी स्वीकार नहीं करते। इस सीमा पर पहले भी कई बार गोलीबारी हो चुकी है। 9 अक्टूबर को पाकिस्तान ने काबुल में टीटीपी के ठिकानों पर बमबारी की थी, जिसके बाद से तनाव लगातार बढ़ा हुआ है। रॉयटर्स के मुताबिक, पाकिस्तान ने अपने हमलों में 200 से ज्यादा अफगान तालिबान लड़ाकों को मार गिराने का दावा किया था, जबकि अफगानिस्तान ने 58 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत का दावा किया था।
18 अक्टूबर को पाकिस्तान ने पक्तिका प्रांत में एयर स्ट्राइक की थी, जिसमें 17 लोगों की मौत हुई थी। इनमें तीन अफगान क्रिकेटर भी शामिल थे। ये हमले उर्गुन और बर्मल जिलों के रिहायशी इलाकों में किए गए थे। इससे पहले दोनों देशों के बीच 48 घंटे का सीजफायर लागू किया गया था, लेकिन समझौते के कुछ ही घंटे बाद पाकिस्तान ने फिर हमला शुरू कर दिया।