इस्लामाबाद। पाकिस्तान में एक बड़ी आतंकी वारदात सामने आई है। बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने लगभग 500 यात्रियों को ले जा रही जाफर एक्सप्रेस नामक ट्रेन का अपहरण कर लिया। यह घटना बलूचिस्तान प्रांत के बोलन क्षेत्र में उस समय घटी, जब ट्रेन क्वेटा से पेशावर की ओर जा रही थी। खबरों के मुताबिक, 15 से अधिक हमलावर मारे जा चुके हैं और महिलाओं तथा बच्चों समेत 350 से अधिक यात्रियों को छुड़ा लिया गया है। हालांकि, बीएलए की ओर से जारी बयान में कहा गया कि उन्होंने खुद ही आम यात्रियों को रिहा किया और उन्हें माख शहर भेजा, जहां से वे अपने घर सुरक्षित लौट सकेंगे।
कैसे हुआ ट्रेन का अपहरण?
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बीएलए के लगभग 400 से 500 विद्रोहियों ने इस हमले को अंजाम दिया। इस ट्रेन में पाकिस्तानी सेना और आईएसआई के करीब 200 सैनिक सवार थे। बताया जा रहा है कि यह ट्रेन बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा से रवाना हुई थी और इसे पंजाब प्रांत के लिए भेजा जा रहा था। ट्रेन में सेना की अलग-अलग बटालियन शामिल थीं, जो पेशावर होते हुए पंजाब पहुंचने वाली थीं।
हमलावरों ने बोलन इलाके में ट्रेन को निशाना बनाया। यह क्षेत्र पहाड़ी और दुर्गम है, जिसमें कुल 17 सुरंगें हैं। इन सुरंगों में से एक में विस्फोट कर बीएलए ने ट्रेन को रोक दिया। इसके तुरंत बाद विद्रोहियों ने ट्रेन पर हमला बोलते हुए भारी गोलीबारी शुरू कर दी। इसी गोलीबारी में 30 से अधिक पाकिस्तानी सैनिक मारे गए।
350 बंधक सुरक्षित, लेकिन तनाव बरकरार
बीएलए ने दावा किया है कि उन्होंने आम नागरिकों को किसी प्रकार की क्षति नहीं पहुंचाई और खुद ही उन्हें रिहा कर दिया। यात्रियों को दूसरी ट्रेन से बलूचिस्तान के कच्छ जिले के माख शहर भेजा गया है। वहां से उन्हें उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचाया जाएगा। फिलहाल सेना और आईएसआई की संयुक्त टुकड़ी मौके पर तैनात है, और ऑपरेशन जारी है। पाकिस्तान सरकार ने घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।
बीएलए का दावा और पाकिस्तानी सेना की प्रतिक्रिया
बीएलए ने अपने बयान में कहा कि उन्होंने 30 से अधिक पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया है और सेना के दर्जनों हथियारों तथा गोला-बारूद पर कब्जा कर लिया है। दूसरी ओर, पाकिस्तानी सेना का दावा है कि ऑपरेशन अभी भी जारी है और जल्द ही सभी विद्रोहियों को खत्म कर दिया जाएगा। इस घटना ने बलूचिस्तान में एक बार फिर हालात को तनावपूर्ण बना दिया है।
पृष्ठभूमि और आगे की स्थिति
जाफर एक्सप्रेस पाकिस्तान की प्रसिद्ध यात्री ट्रेन है, जिसे अक्टूबर 2024 में फिर से चालू किया गया था। यह ट्रेन क्वेटा और पेशावर के बीच 1,600 किलोमीटर की दूरी तय करती है। बलूचिस्तान लंबे समय से विद्रोह और असंतोष का केंद्र रहा है, जहां बीएलए जैसे संगठनों की सक्रियता लगातार बढ़ती जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटना के बाद पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा चुनौतियां और गहराएंगी।