PL 2025 में एक नया सितारा उभरा है – 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी। गुजरात टाइटंस के खिलाफ उनकी शानदार शतकीय पारी ने न केवल मैच का रुख बदला, बल्कि पूरे देश का ध्यान खींच लिया। इतनी कम उम्र में इतने बड़े मंच पर ऐसा प्रदर्शन किसी चमत्कार से कम नहीं। बिहार के लाल ने क्रिकेट जगत को दिखा दिया कि प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं होती।
सबसे कम उम्र में शतक का रिकॉर्ड
महज 14 साल और 32 दिन की उम्र में वैभव सूर्यवंशी ने IPL में शतक जड़कर इतिहास रच दिया।
वह अब किसी भी मान्यता प्राप्त पुरुष T20 मैच में शतक लगाने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए हैं। इससे पहले यह रिकॉर्ड किसी खिलाड़ी के पास नहीं था।
इस खास पारी में उन्होंने मात्र 17 गेंदों में अर्धशतक पूरा कर लिया और पूरी पारी में विपक्षी गेंदबाजों को टिकने नहीं दिया।
परिवार ने जताया गर्व, BCA और राहुल द्रविड़ को कहा धन्यवाद
वैभव के पिता संजीव सूर्यवंशी ने मीडिया से बातचीत में कहा:
“हम बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (BCA) के अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी का दिल से धन्यवाद करते हैं, जिन्होंने वैभव की प्रतिभा को समय रहते पहचाना और उसे हर स्तर पर आगे बढ़ने का मौका दिया।”
उन्होंने राजस्थान रॉयल्स के कोच राहुल द्रविड़ का भी विशेष आभार व्यक्त किया।
“राहुल द्रविड़ सर ने वैभव की प्रतिभा पर भरोसा जताया और राजस्थान रॉयल्स की टीम में उसे शामिल कर एक बड़ा मौका दिया। आज बिहार का हर नागरिक गर्व महसूस कर रहा है।”
बिहार की मिट्टी से निकला सितारा
वैभव की इस ऐतिहासिक पारी ने साबित कर दिया है कि बिहार जैसी प्रतिभा-समृद्ध जमीन में भी क्रिकेट के चमकते सितारे छिपे हैं।
सालों से जिस मंच की तलाश थी, वैभव ने आज उसी मंच पर अपने बल्ले से बिहार की पहचान बनाई है।
दिग्गजों ने की तारीफ
मैच के तुरंत बाद ही सोशल मीडिया पर क्रिकेट दिग्गजों की प्रतिक्रियाएं आने लगीं।
कई पूर्व खिलाड़ी और क्रिकेट विश्लेषकों ने इसे “IPL इतिहास की सबसे महान पारी” करार दिया।
सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली और केविन पीटरसन जैसे नामों ने वैभव को ट्वीट करके बधाई दी और कहा कि यह शुरुआत भर है, यह बच्चा भारतीय क्रिकेट का भविष्य बन सकता है।
आगे की राह
वैभव के पिता ने सभी शुभचिंतकों से आशीर्वाद बनाए रखने की अपील की।
“हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि वैभव इसी तरह बिहार का और देश का नाम रोशन करता रहे। हम चाहते हैं कि वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी भारत का प्रतिनिधित्व करे।”
निष्कर्ष
वैभव सूर्यवंशी की यह पारी सिर्फ एक जीत या रिकॉर्ड नहीं है, यह उस युवा प्रतिभा की कहानी है जिसे मौका मिला और उसने खुद को साबित किया।
बिहार के इस नायाब हीरे ने क्रिकेट की दुनिया में तूफान ला दिया है। आने वाले समय में देश को उनसे बहुत उम्मीदें होंगी। उनकी यह पारी आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देती रहेगी।