बिहार को लेकर आज महागठबंधन में तस्वीर साफ हो सकती है. माना जा रहा है कि महागठबंधन में शामिल दलों के बीच सीटों का ऐलान हो सकता है. इस बीच 'सन ऑफ मल्लाह' मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी (विकासशील इंसान पार्टी) को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. कहा जा रहा है कि महागठबंधन में वीआईपी की एंट्री लगभग तय हो गई है. पशुपति पारस को नहीं मिला प्रवेश. महागठबंधन में वीआईपी को तीन सीटें मिलने की उम्मीद है.
मुकेश सहनी मुजफ्फरपुर से चुनाव लड़ सकते हैं
मिली जानकारी के मुताबिक वीआईपी संरक्षक और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी खुद मुजफ्फरपुर से उम्मीदवार बन सकते हैं. इसके अलावा दो सीटें और मिलेंगी। वीआईपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने कहा कि आज सब कुछ साफ हो जाएगा. उन्होंने कहा कि वीआईपी को साथ नहीं लेने का खामियाजा एनडीए को भुगतना पड़ेगा.
बीजेपी ने मुकेश सहनी को तीन सीटें नहीं दीं
दरअसल, मुकेश सहनी लगातार बीजेपी के बड़े नेताओं के संपर्क में थे. वह तीन सीटों से कम लेने को तैयार नहीं थे, जबकि बीजेपी उन्हें एक सीट से ज्यादा नहीं देगी. इसके अलावा सहनी नाविकों के लिए आरक्षण की मांग को लेकर भी अड़े हुए थे. पिछले साल आरक्षण को लेकर उन्होंने बिहार में संकल्प यात्रा भी निकाली थी और हाथ में गंगा जल लेकर अपनी जाति के लोगों से कसम खाई थी कि इस बार वे वीआईपी को ही वोट देंगे. केंद्र सरकार ने वीआईपी प्रमुखों को 'वाई' श्रेणी की सुरक्षा दी है.
पप्पू यादव जी के बाद मुकेश सहनी भी होंगे INDIA अलायंस के साथ।
VIP प्रमुख मुकेश सहनी जी लालू प्रसाद यादव के संपर्क में है। pic.twitter.com/n6CLhbQh0z
— Pratik Patel (@PratikVoiceObc) March 21, 2024
पशुपति पारस महागठबंधन में 'नो एंट्री'
वहीं पशुपति पारस के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी को महागठबंधन में एंट्री नहीं मिली. पारस अकेला रह गया. उनके साथी सांसदों ने भी अलग राह पकड़ ली है. ऐसे में पारस को महागठबंधन से मिलने वाला ऑफर भी बंद हो गया है. पारस को महागठबंधन का समर्थन मिलने की संभावना खत्म हो गई है.