मुंबई, 19 जुलाई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के हालिया दावे ने भारतीय राजनीति में हलचल मचा दी है। ट्रम्प ने व्हाइट हाउस में रिपब्लिकन सांसदों के साथ एक डिनर के दौरान कहा कि भारत-पाकिस्तान टकराव में संभवतः पांच जेट विमान गिराए गए थे। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि ये विमान किस देश के थे। ट्रम्प यह भी दावा कर चुके हैं कि उन्होंने खुद संघर्ष रुकवाया और इस बात का वे करीब 24 बार जिक्र कर चुके हैं। कांग्रेस ने इन दावों पर गंभीर सवाल खड़े करते हुए केंद्र सरकार से सफाई मांगी है। पार्टी ने शनिवार को तीन प्रमुख सवाल उठाए। पहला—क्या ट्रम्प ने सच में सीजफायर रुकवाया? दूसरा—क्या उन्होंने व्यापार रोकने की धमकी देकर जंग रुकवाई? और तीसरा—आखिर ये पांच लड़ाकू विमान किस देश के गिरे थे? कांग्रेस का कहना है कि इन सवालों के जवाब संसद में सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देने चाहिए।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने स्पष्ट किया कि मानसून सत्र की शुरुआत 21 जुलाई से हो रही है और इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री की चुप्पी अब नहीं चल सकती। उन्होंने कहा कि संसद में कोई और नेता जवाब नहीं दे सकता, विपक्ष विशेष चर्चा की मांग करेगा और सिर्फ प्रधानमंत्री से ही जवाब मांगेगा। जयराम ने यह भी याद दिलाया कि पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रम्प की करीबी पहले भी देखी जा चुकी है—चाहे वह 2019 में ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम रहा हो या 2020 में ‘नमस्ते ट्रम्प’ का आयोजन। वहीं, आम आदमी पार्टी ने भी प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा है। पार्टी का कहना है कि ट्रम्प बार-बार यह संकेत दे रहे हैं कि भारत ने व्यापारिक दबाव के कारण झुकाव दिखाया। इससे देश की गरिमा से समझौता हुआ है, लेकिन प्रधानमंत्री की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। आप ने कहा कि जो नेता खुद को 56 इंच के सीने वाला बताते हैं, वे ऐसे संवेदनशील मामले पर एक शब्द भी नहीं बोल रहे।अब जब संसद सत्र शुरू होने वाला है, यह साफ है कि विपक्ष इस मुद्दे को लेकर सरकार पर दबाव बनाने को तैयार है। संसद में इस पर तीखी बहस और हंगामे की संभावना जताई जा रही है।