मुंबई, 06 नवम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स यूनियन (JNUSU) के चुनाव परिणाम घोषित हो गए हैं। इस बार चारों केंद्रीय पदों पर लेफ्ट यूनिटी ने शानदार जीत दर्ज की है। AISA की उम्मीदवार अदिति मिश्रा ने प्रेसिडेंट पद पर जीत हासिल की है और वे नई JNUSU अध्यक्ष बनी हैं। वाइस प्रेसिडेंट पद पर SFI की गोपिका बाबू, जनरल सेक्रेटरी के पद पर DSF के सुनील यादव और जॉइंट सेक्रेटरी के पद पर AISA के दानिश अली विजयी रहे हैं।
इस बार लेफ्ट की तीन प्रमुख छात्र संगठनों—SFI, AISA और DSF—ने एक साथ मिलकर लेफ्ट यूनिटी का गठबंधन बनाया था। इस गठबंधन ने अदिति मिश्रा को प्रेसिडेंट, किजाकूत गोपिका बाबू को वाइस प्रेसिडेंट, सुनील यादव को जनरल सेक्रेटरी और दानिश अली को जॉइंट सेक्रेटरी पद के लिए उम्मीदवार बनाया था। वहीं, ABVP की ओर से विकास पटेल, तान्या कुमारी, राजेश्वर कान्त दुबे और अनुज मैदान में थे, जबकि NSUI ने विकास बिश्नोई, शेख शाहनवाज आलम, प्रीति मलिक और कुलदीप ओझा को उम्मीदवार बनाया था।
JNUSU चुनाव के लिए वोटिंग 4 नवंबर को हुई थी। वोटिंग खत्म होने के बाद उसी रात से मतगणना शुरू हो गई थी। इस बार चारों केंद्रीय पदों के लिए कुल 20 उम्मीदवारों ने भाग लिया था। छात्रों में चुनाव को लेकर काफी उत्साह देखा गया और मतदान प्रतिशत भी अच्छा रहा। इससे पहले 7 नवंबर को विश्वविद्यालय की आंतरिक समिति (IC) चुनाव 2025-26 के नतीजे जारी किए गए थे। डीन ऑफ स्टूडेंट्स मनुराधा चौधरी ने बताया था कि UG वर्ग से गर्विता गांधी, PG वर्ग से श्रुति वर्मा और PhD वर्ग से परन अमितावा को प्रतिनिधि के रूप में चुना गया है। ये तीनों अपने-अपने वर्गों का प्रतिनिधित्व विश्वविद्यालय की आंतरिक समिति में करेंगे।
पिछले साल यानी 2024 में AISA के नीतीश कुमार ने JNUSU प्रेसिडेंट का चुनाव जीता था। वहीं, ABVP के वैभव मीणा ने जॉइंट सेक्रेटरी पद हासिल किया था। यह जीत खास थी क्योंकि करीब दस साल बाद ABVP का कोई उम्मीदवार JNU चुनाव में विजेता बना था। पिछले दस वर्षों में JNU के ज्यादातर छात्र संघ अध्यक्ष पद पर लेफ्ट संगठनों का दबदबा रहा है। नीतीश कुमार, धनंजय, आयशी घोष, एक साईं बालाजी, गीता कुमारी, मोहित पांडे और आशुतोष कुमार जैसे नाम लगातार लेफ्ट यूनिटी से इस पद पर चुने जाते रहे हैं। वहीं, AISF के कन्हैया कुमार और DSF के वी. लेनिन कुमार भी कभी इस पद पर रह चुके हैं।